Call: 0123456789

Dever aaur Bhabi ki chudai ki kahani | Desi hindi xxx story


Dever aaur Bhabi ki chudai ki kahani | Desi hindi xxx story

गांव में एक परिवार रहता था। परिवार में पांच सदस्य थे – पिता, माता, बड़ा भाई, छोटा भाई और बड़े भाई की पत्नी। बड़े भाई की पत्नी, जिसे प्यार से भाभी कहा जाता था, बेहद खूबसूरत थी। उसके चेहरे पर एक अलग ही निखार था, उसकी आंखों में एक अलग ही जादू था। छोटा भाई, जो पहले से ही शर्मीला था, भाभी के करीब आने लगा। Dever aaur Bhabi ki chudai ki kahani

जरूर पढ़े : बस में खूबसूरत लड़की से मज़ा I

भाभी भी उससे प्रभावित थी। छोटा भाई की मासूमियत और उसकी देखभाल करने वाला स्वभाव उसे बहुत पसंद आता था। धीरे-धीरे उनकी दोस्ती गहरी होती गई। वे घंटों बातें करते, हंसते-खेलते। छोटा भाई, भाभी के लिए छोटे-छोटे उपहार लाता, जैसे कि खिलौने, फूल, या कोई स्वादिष्ट मिठाई।

एक दिन, गांव में मेला लगा। छोटा भाई ने भाभी को मेले में चलने का न्योता दिया। भाभी ने भी मान लिया। मेले में, दोनों ने बहुत मज़ा किया। उन्होंने झूला झूला, खरीदारी की और तरह-तरह के व्यंजन खाए। शाम को, जब वे घर लौट रहे थे, तो रास्ते में एक खूबसूरत बगीचा दिखाई दिया। उन्होंने बगीचे में थोड़ी देर रुकने का फैसला किया।

बगीचे में, दोनों ने एक-दूसरे के करीब बैठकर बातें की। उनके दिलों की धड़कनें तेज हो रही थीं। उन्होंने एक-दूसरे की आंखों में खोया हुआ महसूस किया। अचानक, छोटा भाई ने भाभी के हाथों को अपने हाथों में ले लिया। भाभी ने कुछ नहीं कहा, बस उसके हाथों को अपने हाथों में ही रहने दिया। अचानक, छोटा भाई ने भाभी के हाथों को अपने हाथों में ले लिया। भाभी ने कुछ नहीं कहा, बस उसके हाथों को अपने हाथों में ही रहने दिया। तोह देवर का साहस थोड़ा बढ़ गया और वह भाबीको अपने और किछ कर एक किस करलिया। तोह भाबी शर्मा गयी , यह देखके देवर को समझ आय की अब खेल हो सकता है। फिर वह एक जगह ढूंढ़ने लगा जहाँ वह अपनी भाबी की चुदाई करपाए। बगीचे में बहुत लोग टहल रहे थे। देवर को लगा की आज कुछ हो नहीं पायेगा सायद फिर वह लोग वहांसे घर के लिए चलने लगे। लेकिन देवर की दिमाग में चल रहा था की वह चुदाई कैसे करे। फिर नरसते में एक गन्ने की नखेत आई, और देवर को लगा की यह अच्छा मौका है और वह अपनी भाबी को लेके खेत में घुस गया। वहां और कोई नहीं था और यह लोग खेत में थोड़ा अंदर चले गए। भाबी को पता था की अब उसकी रगड़ के चुदाई होने वाली है। तोह वह बी मन ही मन में याद करके गीली हो चुकी थी | Dever aaur Bhabi ki chudai ki kahani

फिर देवर ने देर न करके भाबीको अपनी बहो में लिया और जोर से चूमने लगा , उसने भाबी की गाल, गर्दन , होठ सब जगह चूमने लाना और उसकी चूचियों को जोर से दबा रहा था , भाबी बस आह उम्म्म आह !! कर रही थी , फिर उसने भाबीकी साड़ी खोल दिया और उसकी चूचियों को चाटने लगा। फिर ब्लाउस खोला और चुकी खाने लगा। एक हाथ भाबीकी जंगो की बिच चुत के ऊपर से फिराया। भाबीकी सिसकार जोर से निकल रही थी और वह मदहोश हो गयी। फिर देवर ने पेंटी के अंदर हाथ डाला और गीली चुत को मसल रहा था , भाबीने हाथ देवर की लुंड में रखा और जोर से सहलाने लगी। देवर भाबीको किछ के साड़ी डालके निचे सुला दिया और अपना लुंड निकाल के भाबीके मुंह में देदिया ,भाबी लंड को खाये जा रही थी और अपनी चुकी को खुद दबा रही थी फिर अचानक देवर की हाथ में ही अपनी छूट की पानी छोड़ दिया और देवर का हाथ गीला होगया।

फिर भाबी ने देवर को अपने ऊपर आने को बोली , तब देवर ने अपनी ड्रेस निकला। भाबी आपने दोनों टांग फैलाई और दौड़ने हाथ में चुत को चौड़ा किया , फिर देवर ने अपनी लंड में थोड़ा थुल लगाया और चुत के मुंह में लगाके पेल दिया फिर भाबी की आँख बड़ी हो गयी और थोड़ा चिलाईओ। फिर देवर ने उसकी मुँह में एक हाथ रखा और जोर का धक्का लगाया , अब लंड पूरा गीली चुत में घुश गया फिर उसने धक्का मरने लगा। भाबी अपनी कमर उठके उसी साथ देने लगी और चुदाई जोर सोरसे चलने लगी। देवर चुत को चोदते हुए चूचियों को जोरसे दबा रहा था। फिर थोड़ी देर में दोनोकी पानी एक साथ निकाल गया और दोनों सांत होगये। फिर दोनों वहां से घर चले गए I Dever aaur Bhabi ki chudai ki kahani

उस रात, दोनों को नींद नहीं आई। उन्हें लग रहा था कि उनके बीच कुछ ऐसा हो रहा है जो गलत है, लेकिन फिर भी वे एक-दूसरे से दूर नहीं हो पा रहे थे।

दिन बीतते गए, और उनका प्यार और गहरा होता गया। लेकिन वे अपने प्यार को छुपाए रखने की पूरी कोशिश करते थे। उन्हें डर था कि अगर उनके परिवार को उनके प्यार के बारे में पता चल गया तो क्या होगा।

एक दिन, बड़े भाई को शक हुआ। उन्होंने देखा कि छोटा भाई और भाभी एक-दूसरे को चुपके-चुपके देखते हैं, और उनके बीच एक अलग ही तालमेल है। बड़े भाई ने अपने परिवार को सब कुछ बता दिया।

परिवार में हड़कंप मच गया। माता-पिता बहुत दुखी हुए। छोटा भाई और भाभी को बहुत डांटा गया। उन्हें समझाया गया कि उनका रिश्ता गलत है और उन्हें अपने रिश्ते को खत्म करना होगा।

छोटा भाई और भाभी बहुत दुखी हुए। उन्होंने अपने प्यार को खत्म करने की कोशिश की, लेकिन वे एक-दूसरे को भूल नहीं पा रहे थे। आखिरकार, उन्होंने गांव छोड़ने का फैसला किया।

उन्होंने एक दूर के शहर में जाकर रहने लगे। वहां उन्होंने एक नई जिंदगी शुरू की। लेकिन वे कभी भी अपने गांव और अपने परिवार को नहीं भूले।

उनका प्यार हमेशा उनके दिलों में जिंदा रहा। हालांकि उन्हें अपने प्यार को खुलकर नहीं जीने दिया गया, लेकिन उन्होंने अपने प्यार को हमेशा संजो कर रखा। Dever aaur Bhabi ki chudai ki kahani