
सुबह जब नींद खुली तोह मुझे सिर्फ पिंकी की चुत और उसकी नंगा बदन ही दिख रहा था। फिर मेने उठके नाहा धोके तैयार हुआ और पिंकी की फ़ोन आयी। वह बोली जान कल मज़ा आया ? में बोला जानू तुमने मुझे कल बहुत मज़ा दिया पर मुझे तुमसे मिलना है। यह सुनके वह बोली नहीं जानू हम जो भी करेंगे कॉल में ही करेंगे रूबरू नहीं कर सकते। वह सब शादी के बाद। यह सुनके मेरा दिमाग घूम गया और मुझे लगा जैसे मेरा प्यास अधूरा ही रह जायेगा। फिर रात हुई और हम दोनों फोन सेक्स करने लगे। यह रोज़ रोज़ चल ता गया। Bhabi sex story
मुझे समझ में नहीं आ रहा था की उसको में कैसे चोदूँ।
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एक दिन रात को बात करते हुए जब वह सेक्स की बातें करने लगी तोह में बोला रहने दो आज मूड नहीं है। तोह वह बोली क्यों क्या हुआ ? में बोला मेरा तबियत ठीक नहीं लग रहा। फिर उस दिन हम जल्दी सो गए। अगले दिन भी बिलकुल वैसा ही किया। ऐसे दो दिन के बाद वह बोली रोहन क्या हुआ आज कल तुम मुझसे बात करना काम करदिये हो। मैंने कुछ गलत किया क्या या फिर तुम्हे कोई और मिल गयी। फिर मैंने कुछ नहीं बोला और चुप रही। उसने मुझे फाॅर्स करके पूछने लगी तोह मैंने बोला ऐसे रोज रोज फ़ोन में सेक्स करके मुझे अच्छा नहीं लग रहा। इससे अच्छा तोह हम सेक्स की बातें न करे। फिर वह बोली अच्छा में समझ गयी “तुम मेरे साथ सेक्स करना चाहते हो ” लेकिन मेरी मज़बूरी समझो। सादी से पहले सेक्स करना अच्छा नहीं है। अगर में प्रेग्नेंट हो गयी तोह ? Bhabi sex story
फिर मैंने बोला देखो तुम बची जैसी बात मत करो , मुझे भी तुम्हारी फ़िक्र है। मई भी नहीं चाहता तुम प्रेग्नेंट हो। इस लिए मेरे पास एक तरकीब है। तुम बस मुझे अपनी पीरियड्स की ५ दिन पहले मिलना है।
अगर हम पीरियड्स के ५ दिन पहले करते है और पानी अंदर छोड़ भी देते हो कोई बात नहीं। यह सुनके वह वाली क्या तुम sure हो ? में बोला हाँ। फिर वह बोली परसो हम मिल सकते हैं। तोह हमने तय किया की परसो साम को में चुपके से उसकी घर में आऊंगा और वह अपनी दरवाजा खोल के मुझे अंदर ले लेगी। वह उसकी घर में अपनी रूम में अकेली ही सोती है। और उसकी भाई को कानो कान खबर नहीं होगा।
फिर हमने उसदिन जी भरके फोन सेक्स किया। अगले ही दिन मेने चुदाई की बारे में सोच के उत्तेजित हो रहा था। जिंदगी में पहली बार चुदाई करूँगा। फिर उसदिन आया जिसका मुझे बे सबरी से इंतज़ार था। मैंने उसदिन साम को मार्किट से दो कंडोम और एक plesure जेल खरीद के लाया। रात को खाना पीना ख़तम करके घर में बोला की आज में मेरे दोस्त के घर रुकूंगा। फिर में निकल गया। रात करीब ११ बजे मैंने पिंकी के घर की पास पहुंचा और चुपके से पिंकी की रूम की खिड़ की के पास आया। फिर वह बोली तुम थोड़ी देर रुको में दरवाजा खोली हूँ और तुम जल्दी से अंदर आ जाना। फिर वह धीरे से दरवाजा खोली और में अंदर उसकी कमरे में चला गया और वह दरवाजा लॉक करदी। अंदर जाते ही हम दोनों एक दूसरे को हग करने लगे जोर जोर से। फिर मैंने उससे गौर से देखा वो एक नाईट ड्रेस पहनी थी और क़यामत लग रही थी।

बो भी चुदने के लिए इतनी तैयार थी की अंदर ब्रा और पेंटी भी नहीं पहनी थी। में उसकी नंगी बदन को नाईट ड्रेस की ऊपर से ही महसूस कर प् रहा था। वो मेरे से चिपकी हुईथी तोह उसकी बूब्स मेरे सिनेमे महसूस हो रहा था। फिर मेने उससे किश करना शुरू करदिया। हमलोग लिप किश कर रहे थे और वह मेरे पीठ को दबा रही थी। थोड़ी देर में वो मेरे हाथ खींचने लगी फिर वह हाथ को उसकी चूचियों में थमा दिया। मैंने जोर जोर से उसकी चूचियां दबा रहा था और इधर मेरा लंड खड़ा होने लगा। मेरा लंड उसकी जंघोंमे चुव रहा था। और वो सिसक रही थी। उसकी चूचियां दबाते हुए मैंने मेरा हाथ उसकी हिप्स की तरफ लेगया और उसकी गांड दबाने लगा वह मनो जैसे खुदको मेरे आगे समर्पण कर दी। फिर वह अपना बूब्स को खुद ही दबाने लगती थी। मैंने मेरा हाथ उसकी चुत में लगाया। उसकी चुत पूरी गीली हो चुकी थी और मेरा ऊँगली भी थोड़ा गिला होगया उसकी चुत की पानी से। उसने मेरे कानो में बोली की चुत को मसलो। तो मैंने चुत को उंगलीसे चुदना शुरू करदिया और वो उसकी हाथ मेरे लंड में चला रही थी। फिर वो मेरा लड़को पकड़ी और हिलना स्टार्ट कर दिया। मेरा लंड की फोरेस्किन को वह ऊपर निचे कर रही थी। इधर मेने अपना पूरा उंगली उसकी चुत में डाला और उसको चोदने लगा। वो उसकी मुंह से सिर्फ आह ! आह ! की आवाज निकल रही थी। Bhabi sex story
अब हम दोनों खुद के कण्ट्रोल में नहीं थे। फिर वह आके बिस्तर में लेट गयी और मुझे भी खींचलिया। उसने अपनी टांगें खोली और चुत को दिखाई और बोली खाने के लिए। मेने मेरे मुँह उसकी जांघों में लगाया और किश करने लगा और वह सिहरने लगी। उसकी चुत की दोनों लैब पूरा खोली हुई थी और चुत से थोड़ी थोड़ी पानी निकला रही थी। फिर मैंने मेरा जुबान निकला और चुत की क्लाइटोरिस को चाटने लगा। तो वह जोरसे बेडशीट को पकड़ ली और जोर जोर से सांसे लेने लगी। फिर मेने जुबान अंदर घुसना स्टार्ट कर दिया। थोड़ी देर में उसकी चुत से पानी मिकल गयी और वह सांत हो गयी।
मेरा लंड अब पूरा टाइट हो चूका था और में उसको चोदने की फ़िराक़ में था। तोह मैंने मेरा लिंग अब उसकी बुर में लगाया और थोड़ा थोड़ा घिसने लगा। उसकी चुतसे अब और भी थोड़ी गीली होने लगी और मेरा लंड अंदर घुसने लगा। वो चिल्ला रही थी ओह आ ुइ जैसे आवाज निकल रहीथी। तो मेने उसकी मुँह में हाथ दिया और कण में धीरे से बोला की कोई सुनलेगा तो वह थोड़ी आवाज काम करदी। फिर में लंड को अंदर और थोड़ा डाला और मेरा लिंग का अगला हिस्सा अंदर घुस गया। वो फिर मुझे उसके ऊपर जोरसे खिचलि तोह मेने भी लड़को पूरा दाल दिया। उसने मम्मी मर्गेई बोली और थोड़ी रोने लगी मनो जैसे उसकी बुर पहात गयी लेकिन ऐसा कुछ नहीं था। पहली बार होने की वजह से चुत में थोड़ी तनाव आ गयी थी। फिर उसको भी मज़ा आने लगा और वो मुझे धका लगाने को बोली तो मेने भी थोड़ी थोड़ी चोदने लगा। मेरा लंड चुत में पूरा गुसरहा था और निकल रहा था। में पिंकी को रगड़ रगड़ के चोद रहा था। फिर मेरा पानी निकल गया और में ढेर सारा बीर्य उसकी चुत में ही दाल दिया। फिर दोनों सांत होक र पड़े रहे।